मेरे देश के नौनिहालों बढ़े चलो
हर आँख की आस को पूरा करे चलो
राह कठिन तो है असंभव नहीं
हो बापू की आस , भगत सिंह की हुंकार
झाँसी की रानी सी वीरता , बोस सा साहस
ले कर्तव्य पथ पे डटे रहो .............
तुम बनो निर्माता नव भारत के
माँ भारती तुम्हें पुकार के कहे
तोड़ो जात पात के बंधन
भारत माँ के लाल हो याद रहे
इक नया इतिहास तुम्हे बनाना है
हर लव पे हो झंडा ऊँचा रहे हमारा
सब धर्मो से उपर राष्ट्र धर्म बनाना है
जय माँ भारती , जय माँ शारदे कहे चलो
मेरे देश के नौनिहालों बढ़े चलो
हर आँख की आस को पूरा करे चलो
हर आँख की आस को पूरा करे चलो
राह कठिन तो है असंभव नहीं
हो बापू की आस , भगत सिंह की हुंकार
झाँसी की रानी सी वीरता , बोस सा साहस
ले कर्तव्य पथ पे डटे रहो .............
तुम बनो निर्माता नव भारत के
माँ भारती तुम्हें पुकार के कहे
तोड़ो जात पात के बंधन
भारत माँ के लाल हो याद रहे
इक नया इतिहास तुम्हे बनाना है
हर लव पे हो झंडा ऊँचा रहे हमारा
सब धर्मो से उपर राष्ट्र धर्म बनाना है
जय माँ भारती , जय माँ शारदे कहे चलो
मेरे देश के नौनिहालों बढ़े चलो
हर आँख की आस को पूरा करे चलो
बहुत ही सुन्दर और बेहतरीन प्रस्तुति, महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteधन्यवाद राजेन्द्र कुमार जी
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