भोली बाते
Sunday, August 26, 2012
आंसू
आंसू
आंसू सबसे सच्चे सबसे पक्के साथी
जब कोई ढाढस बंधानेवाला नहीं होता
तो यह कहते हैं हम साथ हैं
ख़ुशी मैं भी साथ और गम मैं भी साथ
आंसू बेरंग हो के भी कितने रंग दे जाते हैं
चुप चाप बिना कोई भेद खोले
2 comments:
रमा शर्मा, जापान
September 2, 2012 at 2:12 PM
सही बात है ....
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asha sharma dohroo
September 9, 2013 at 1:32 AM
ख़ुशी हो या दुःख दोनों परस्थितिओं के पक्के साथी
धन्यबाद रमा
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सही बात है ....
ReplyDeleteख़ुशी हो या दुःख दोनों परस्थितिओं के पक्के साथी
Deleteधन्यबाद रमा