सपनों की जिम्मेदारी बहुत बड़ी होती है
सपनें जब टूटते हैं तो आदमी बिखर जाता है
किसी को बिखरने से बचाना होगा
उसके सपनोँ को टूटने से बचाना होगा
किसी को सैलाब में खोने से बचाना होगा
सपनोँ की अपनी दुनियां होती है
मत तोड़ना किसी के सपने
क्या पता उसके सपनों में
भगवान् भी आप के बाद आता हो
सपनें जब टूटते हैं तो आदमी बिखर जाता है
किसी को बिखरने से बचाना होगा
उसके सपनोँ को टूटने से बचाना होगा
किसी को सैलाब में खोने से बचाना होगा
सपनोँ की अपनी दुनियां होती है
मत तोड़ना किसी के सपने
क्या पता उसके सपनों में
भगवान् भी आप के बाद आता हो
सच कहा
ReplyDeleteधन्यवाद सुनीता जी
ReplyDeleteबहुत सुंदर कहा आशा
ReplyDeleteधन्यबाद रमा
Deleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteधन्यवाद विजया जी
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और सटीक...
ReplyDeleteशुक्रिया कैलाश जी
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